सिर्फ 11 शुक्रवार तक रख लें मां लक्ष्मी का ये व्रत, पूरी तरह बदलेगी जिंदगी

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सिर्फ 11 शुक्रवार तक रख लें मां लक्ष्मी का ये व्रत, पूरी तरह बदलेगी जिंदगी

सिर्फ 11 शुक्रवार तक रख लें मां लक्ष्मी का ये व्रत, पूरी तरह बदलेगी जिंदगी 

लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए शुक्रवार का दिन बेहद खास है


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए शुक्रवार का दिन बेहद खास है। इस दिन मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए विशेष पूजा-अर्चना और उपाय किए जाते हैं। इसके अलावा मां लक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए कुछ व्रत भी रखे जाते हैं। उन्हीं में से एक है वैभव लक्ष्मी का व्रत। मान्यता है कि इस व्रत को रखने से मां लक्ष्मी हर प्रकार की आर्थिक चिंताओं को दूर कर देती हैं। शास्त्रों में मां लक्ष्मी के कई रूप बताए गए हैं। जिनमें धन-दौलत पाने के लिए वैभव लक्ष्मी का व्रत रखना बेहद फायदेमंद बताया गया है। आइए जानते हैं कि धन लाभ के लिए वैभव लक्ष्मी का व्रत किस प्रकार रका जाता है।

वैभव लक्ष्मी व्रत कब शुरू करें?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वैभव लक्ष्मी का व्रत किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के शुक्रवार के शुरू किया जा सकता है। हालांकि मलमास या खरमास में व्रत की शुरुआत या उद्यापन नहीं किया जाता है। ऐसे में इस बात का हमेशा ख्याल रखें। ध्यान रहे कि वैभव लक्ष्मी का व्रत कम से कम 11 या 21 शुक्रवार तक करना चाहिए।

वैभव लक्ष्मी व्रत विधि 

कपड़े पहनकर पूजा स्थल को गंगाजल से अभिषिक्त करें। इसके बाद मां लक्ष्मी के समक्ष दीपक जलाकर व्रत का संकल्प लें। इसके बाद शाम के समय शुभ मुहूर्त में वैभव लक्ष्मी की पूजा करें। वैभव लक्ष्मी की पूजा के लिए उत्तर या पूर्व की दिशा शुभ मानी गई है। ऐसे में इस दिशा में किसी स्थान को शुद्ध करें। फिर वहां लकड़ी की चौकी स्थापित करें। इसके बाद चौकी पर लाल रंग के वस्त्र बिछाकर उस मां वैभव लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। इसके साथ ही श्रीयंत्र की स्थापना करना भी अच्छा रहेगा।

पूजन के दौरान मां लक्ष्मी के समक्ष अक्षत रखें और उस पर कलश स्थापित करें। इसके बाद कलश के ऊपर कटोरी रखकर उसमें एक चांदी का सिक्का या आभूषण रखें। मां वैभव लक्ष्मी की पूजा में उन्हें सिंदूर, रोली, मौली, लाल फूल और फल चढ़ाएं। मां वैभव लक्ष्मी को खीर का भोग बेहद प्रिय है। पूजन के अंत में वैभव लक्ष्मी व्रत कथा का पाठ करें और आरती उतारें।