जंतर मंतर पर पहलवानों का समर्थन करना पड़ा भारी, हरियाणा कुश्ती संघ से तीन सचिव हुए निलंबित!

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जंतर मंतर पर पहलवानों का समर्थन करना पड़ा भारी, हरियाणा कुश्ती संघ से तीन सचिव हुए निलंबित!

जंतर मंतर पर पहलवानों का समर्थन करना पड़ा भारी, हरियाणा कुश्ती संघ से तीन सचिव हुए निलंबित!

दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का समर्थन


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का समर्थन करने पर हरियाणा कुश्ती संघ के तीन सचिवों को निलंबित किया गया है। संघ अध्यक्ष ने इस कार्रवाई को कुश्ती संघ के नियमों का उल्लंघन करार दिया है। उधर संघ के महासचिव ने सचिवों का समर्थन करते हुए अपना काम जारी रखने को कहा है।

हरियाणा एमेच्योर कुश्ती संघ के अध्यक्ष और महासचिव आमने-सामने आ गए हैं। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर में पहलवानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इसमें हरियाणा कुश्ती संघ के तीन जिला सचिव कथित तौर पर समर्थन देने के लिए शामिल हुए थे।

एचएडब्ल्यूए अध्यक्ष ने 5 मई को जारी किया पत्र

एचएडब्ल्यूए के अध्यक्ष रोहताश सिंह ने 5 मई को एक पत्र में झज्जर के वीरेंद्र सिंह दलाल, हिसार के संजय सिंह मलिक और मेवात के जय भगवान के निलंबन का निर्देश दिया।

राजधानी दिल्ली में जंतर-मंतर पर चल रहे विरोध में उनकी कथित संलिप्तता को “अनैतिक” करार दिया। उधर अध्यक्ष के पत्र को अनाधिकृत बताते हुए महासचिव राकेश सिंह ने तीनों सचिवों से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते रहने को कहा है।

महासचिव ने भी लिखा लंबा चौड़ा पत्र

महासचिव ने भी अपनी ओर से एक पत्र जारी किया है। इसमें कहा है कि आंदोलन आदि में शामिल होने के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में 5 मई को रोहताश सिंह का एक पत्र प्राप्त हुआ होगा।

मैं, राकेश सिंह, एचएडब्ल्यूए महासचिव, आपको आश्वासन देना चाहता हूं कि आप हमेशा की तरह शांतिपूर्वक और पूरे जोश के साथ काम कर सकते हैं। रोहताश को अकेले इस प्रकार निर्णय लेने का कोई अधिकार नहीं है। अध्यक्ष और महासचिव द्वारा विधिवत हस्ताक्षरित पत्र ही अधिकृत होगा।

महासचिव ने अध्यक्ष पर लगाए ये आरोप

इसलिए, आपको ऐसी अनधिकृत जानकारी के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। बस खेल पर ध्यान केंद्रित करें। यदि आपको अभी भी कुछ संदेह या कोई समस्या है, तो मुझसे कभी भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा महासचिव राकेश सिंह ने 6 मई को डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को एक पत्र लिखा था और कहा था कि रोहताश सिंह ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया है।

इस्तीफा देने की दी चेतावनी

अपनी बात समाप्त करने के लिए, मैं एक बार फिर रोहताश सिंह को इस तथ्य की ओर इशारा करना चाहूंगा कि दूसरों पर उंगली उठाने से पहले, कृपया अपने गिरेबान में झांक लें। इस बात से सभी वाकिफ हैं कि बृजभूषण शरण के साथ जो कुछ हो रहा है, वह सब क्या है। आपकी गंदी राजनीति और इस तरह के वर्क कल्चर के साथ काम नहीं कर सकता।

मैं सच बोलने से नहीं डरता। अगर अध्यक्ष, डब्ल्यूएफआई कहेंगे, तो मैं इस्तीफा देने के लिए भी तैयार हूं। मैं पद का भूखा नहीं हूं, लेकिन ऐसे माहौल में काम करना मुश्किल हो रहा है, जिसे रोहताश सिंह ने खराब कर दिया है।