दोस्त ने शारीरिक संबंध बनाने से इनकार तो उतारा मौत के घाट, लाश को बैग में पैक कर फेंका

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दोस्त ने शारीरिक संबंध बनाने से इनकार तो उतारा मौत के घाट, लाश को बैग में पैक कर फेंका

दोस्त ने शारीरिक संबंध बनाने से इनकार तो उतारा मौत के घाट, लाश को बैग में पैक कर फेंका

 दिल्ली पुलिस ने 32 साल के युवक की हत्या के आरोप में उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है।


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। दिल्ली पुलिस ने 32 साल के युवक की हत्या के आरोप में उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने अपने दोस्त की हत्या कर दी और उसके शव को द्वारका इलाके के नाले में फेंक दिया था। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, मृतक की पहचान योगेश कुमार के रूप में हुई है, जिसे उसके दोस्त शशांक सिंह ने गोली मार दी थी।

आरोपी शशांक एबीए का छात्र है। कहा जा रहा है कि शशांक ने योगेश के सामने शारीरिक संबंध बनाने का प्रस्ताव रखा था। योगेश के इनकार के बाद शशांक ने उसकी हत्या की।

10 जुलाई को योगेश के पिता ने दर्ज कराई थी शिकायत

मामले में पुलिस की जांच 10 जुलाई को अंबेडकर नगर पुलिस स्टेशन में उसके पिता की ओर से दर्ज कराई गई योगेश की गुमशुदगी की शिकायत के साथ शुरू हुई। शिकायत में, योगेश के पिता ने आरोप लगाया कि वह नौकरी के लिए इंटरव्यू देने गया था, लेकिन घर नहीं लौटा।

शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि उन्हें अपने बेटे योगेश को रिहा करने के लिए एक अज्ञात नंबर से 20 लाख रुपये की फिरौती का फोन आया था। शिकायत का संज्ञान लेते हुए पुलिस द्वारा योगेश की बरामदगी के लिए जांच शुरू की गई।

17 जुलाई को आया था फिरौती के लिए फोन

17 जुलाई को पीड़ित के पिता को फिरौती के लिए एक कॉल आई जिसमें योगेश की रिहाई के लिए 15 लाख रुपये की मांग की गई। कॉल के बाद दिल्ली पुलिस ने पालिका बाजार, कनॉट प्लेस और गुरुग्राम के जीआईपी मॉल पर छापेमारी की. हालांकि, पुलिस टीम को पता चला कि जांच को गुमराह करने के लिए फिरौती के लिए कॉल की गई थी।

दिल्ली पुलिस ने ऐसे किया हत्या का खुलासा

बाद में दिल्ली पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों की जांच के बाद पता लगाया कि योगेश आखिरी बार अपने दोस्त शशांक सिंह के साथ था, जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ के दौरान शशांक सिंह ने खुलासा किया कि उसकी योगेश से मुलाकात दिल्ली में एक पार्टी में हुई थी। इसके बाद उनकी एक-दूसरे से मुलाकातें होने लगीं। मृतक योगेश के पास कोई नौकरी नहीं थी और वह जॉब के लिए शशांक से मिलता था।

9 जुलाई को शशांक ने नौकरी के लिए इंटरव्यू के लिए योगेश को सीवी के साथ मूलचंद में बुलाया। इसके बाद दोनों दिल्ली के द्वारका इलाके में गए जहां उन्होंने शराब पी। एकांत जगह पाकर शशांक ने अपनी कार रोकी, पिस्तौल निकाली और योगेश की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने उसके शव को एक सूटकेस में पैक किया और द्वारका के पास एक मुख्य नाले में फेंक दिया। उसने अपनी कार भी साफ की और अपनी पिस्तौल सहित खून से सनी कार की चादरें और अन्य सामान यमुना नदी में फेंक दिया।

पुलिस जांच को गुमराह करने के मकसद से शशांक ने योगेश के परिवार को फिरौती के लिए कॉल करने के लिए एक फर्जी सिम कार्ड भी खरीदा। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि उसने पार्टियों के दौरान लोगों को प्रभावित करने के लिए बिहार के अपने एक दोस्त से पिस्तौल खरीदी थी।