Delhi Liquor Scam: तिहाड़ जेल से सिसोदिया का BJP पर तंज, बोले- जेल में डालकर मेरे हौसले नहीं तोड़ सकते

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Delhi Liquor Scam: तिहाड़ जेल से सिसोदिया का BJP पर तंज, बोले- जेल में डालकर मेरे हौसले नहीं तोड़ सकते

Delhi Liquor Scam: तिहाड़ जेल से सिसोदिया का BJP पर तंज, बोले- जेल में डालकर मेरे हौसले नहीं तोड़ सकते

दिल्ली शराब घोटाले में कथित संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार मनीष सिसोदिया


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। दिल्ली शराब घोटाले में कथित संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार मनीष सिसोदिया ने जेल से भाजपा पर निशाना साधा है। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और AAP के सीनियर नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा, “सर, आप मुझे जेल में डालकर परेशान कर सकते हैं। लेकिन मेरा हौसला नहीं तोड़ सकते।”

गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के नेता ने उन दिनों को भी याद किया जब भारतीय स्वतंत्रता सेनानी अंग्रेजों से परेशान थे, उन्होंने अपनी वर्तमान स्थिति की भारत के स्वतंत्रता संग्राम से तुलना करते हुए कहा कि वे (स्वतंत्रता सेनानी) कठिनाइयों के बावजूद दृढ़ संकल्पित रहे थे।

26 फरवरी को CBI ने सिसोदिया को किया था गिरफ्तार
दिल्ली शराब नीति मामले में करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। मनीष सिसोदिया को भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 477 ए (धोखाधड़ी करने का इरादा) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत गिरफ्तार किया गया था।

सीबीआई ने कहा कि मनीष सिसोदिया के जवाब संतोषजनक नहीं थे और वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली शराब नीति में कुछ विवादास्पद प्रावधान जोड़े गए थे जो पहले मसौदे का हिस्सा नहीं थे। सीबीआई की ओर से इसके बारे में पूछे जाने पर सिसोदिया यह बताने में विफल रहे कि उन प्रावधानों को अंतिम मसौदे में कैसे शामिल किया गया।

ब्यूरोक्रेट के बयान के आधार पर किया गिरफ्तार

केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक नौकरशाह के बयान के आधार पर आप नेता को गिरफ्तार करने का भी फैसला किया। एक शीर्ष नौकरशाह ने आरोप लगाया कि मनीष सिसोदिया ने आबकारी नीति के प्रारूपण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 26 फरवरी को गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया को दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत ने पांच दिन की हिरासत में भेज दिया, जिसे दो दिनों के लिए और बढ़ा दिया गया। 1 मार्च को भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।

सुप्रीम कोर्ट की ओर से हस्तक्षेप करने से इनकार करने के बाद सिसोदिया ने नियमित जमानत के लिए दिल्ली की एक अदालत का भी रुख किया। शीर्ष अदालत ने कहा था, “हम पहली बार में इस तरह के मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहते। आप अपने सभी बिंदु को उच्च न्यायालय के समक्ष रख सकते हैं।”

ईडी ने गुरुवार को सिसोदिया को किया था गिरफ्तार

बता दें कि ईडी भी मामले में समानांतर जांच भी कर रही है। जांच एजेंसी ने गुरुवार को छह घंटे तक पूछताछ की और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने उन्हें इसी मामले में मनी-लॉन्ड्रिंग (पीएमएलए के तहत) के आरोप में गिरफ्तार किया और शुक्रवार को 10 दिन की हिरासत मांगी थी। इसके बाद दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को शराब नीति मामले में मनीष सिसोदिया की ईडी की सात दिन की हिरासत मंजूर कर ली।