शहाबुद्दीन रजवी की इमामों से अपील- नमाज से पहले लोगों को बताएं इसकी खामियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से समान नागरिक संहिता (यूसीसी) कानून को लेकर बयान दिया है
पब्लिक न्यूज़ डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से समान नागरिक संहिता (यूसीसी) कानून को लेकर बयान दिया है, तब से इस पर बहस छिड़ गई है। मुस्लिम समाज के मौलाना यूसीसी में तमाम खामियां बताकर इसका विरोध कर रहे हैं। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बरेली की मस्जिदों के इमामों से अपील की है कि वे अपनी अपनी मस्जिदों में जुमे की नमाज से पहले लोगों को यूसीसी की खराबियां बताएं। ये भी बताएं कि हुकूमत किस तरह से शरीयत पर हमला बोल रही है। मौलाना ने कहा कि हमें कानून के दायरे में रहकर यूसीसी का विरोध करना है।
पहले भी दे चुके हैं बयान
यूसीसी के विरोध में मौलाना शहाबुद्दीन रजवी पहले भी बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि समान नागरिक संहिता लागू करने का मतलब है सीधे तौर पर शरीयत में हस्तक्षेप करना। यह मुसलमानों को मंजूर नहीं है। इससे सामाजिक ताना-बाना बिगड़ेगा। उत्तराखंड सरकार इसे लागू करने की तैयारी कर रही है। यह शरीयत में सीधे तौर पर दखल है।