बुलडोजर राजनीति स्कूल तोड़ते-तोड़ते दलितों के घर गिराने लगी: बसपा सुप्रीमो

  1. Home
  2. आपकी खबर

बुलडोजर राजनीति स्कूल तोड़ते-तोड़ते दलितों के घर गिराने लगी: बसपा सुप्रीमो

बुलडोजर राजनीति स्कूल तोड़ते-तोड़ते दलितों के घर गिराने लगी: बसपा सुप्रीमो 

सागर में गरीब परिवारों के घर गिराए जाने पर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। सागर में गरीब परिवारों के घर गिराए जाने पर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार की बुलडोजर राजनीति स्कूल के बाद अब गरीबों के घर तोड़ने लगी। शुक्रवार सुबह उन्होंने ट्वीट में कहा, 'मध्यप्रदेश सरकार की विध्वंसकारी - द्वेषपूर्ण बुलडोजर राजनीति लोगों के घर और स्कूल तोड़ते-तोड़ते अब PM आवास योजना के अंतर्गत बने गरीबों के मकान भी तोड़ने लगी है, जो अति निंदयनी है। इसी क्रम में सागर जिले में PM योजना के तहत बने 7 दलित परिवारों के घरों का ध्वंस शर्मनाक।'

मामला सागर के रैपुरा का है। यहां वन विभाग ने दलित परिवारों के घरों को गिरा दिया। तर्क दिया- प्रधानमंत्री आवास वन विभाग की जमीन पर बने थे। गुरुवार को दिग्विजय सिंह पीड़ित परिवार से मुलाकात के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा, 'ये सब मध्यप्रदेश सरकार में राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के इशारे पर हुआ है।' पीड़ितों ने भी यही बात कही। रैपुरा गांव सुरखी विधानसभा में आता है। यहां से गोविंद सिंह विधायक हैं। 2020 में सिंधिया के साथ वह भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे।

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को कहा, 'दिग्विजय सिंह राजनीतिक रोटियां सेकने का काम करते हैं। जिन लोगों के मकान टूटे हैं, उनको दूसरे मकान बनाकर देने का काम चल रहा है। कांग्रेस को 15 महीने में जनता आजमा चुकी है। ये कुछ भी कर लें, अब कुछ होने वाला नहीं है। यह सब आडंबर है।'

दिग्विजय बोले, पीड़ितों को धमकाया गया

पीड़ितों के बयान का VIDEO भी सामने आया है। इसमें वे कह रहे हैं कि गोविंद भैया (मंत्री) ने हमें मकान, पट्‌टा और गेहूं देने की बात कही है। कमलनाथ के मीडिया एडवाइजर पीयूष बबेले ने इस VIDEO को ट्वीट कर लिखा, 'सिंधिया कोटे के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने डैमेज कंट्रोल शुरू कर दिया है। गौर से सुनिए, एक व्यक्ति धीमे से बोलता रहा है और पीड़ित इसी को दोहरा रहे हैं।' दिग्विजय सिंह ने पीयूष के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, 'यह VIDEO 22 का है। हमारे पहुंचने के पहले धमका कर बनाया गया था। जब मालूम पड़ा कि मैं रैपुरा जा रहा हूं तो हीरा सिंह ने लोगों को धमकाया। मामला दबाने के लिए इस VIDEO के माध्यम से फायर फाइटिंग करने का प्रयास किया। धमकाकर बयान दिलवाने वाला हीरा सिंह, गोविंद सिंह का बड़ा भाई है। जिला परिषद का अध्यक्ष भी है।'