सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां के जेल में बंद होने के चलते यूपी की रामपुर लोकसभा सीट पर उम्मीदवार के नाम पर काफी चर्चा, जानिए अखिलेश यादव इस सीट से किसको चुनावी मैदान में उतार सकते हैं

राजनीतिक नजरिए से उत्तर प्रदेश को केंद्र की राजनीति में भी काफी अहम माना जाता है केंद्र की सरकार बनाने में यह राज्य काफी महत्वपूर्ण किरदार निभाता
 

पब्लिक न्यूज़ डेस्क - राजनीतिक नजरिए से उत्तर प्रदेश को केंद्र की राजनीति में भी काफी अहम माना जाता है। केंद्र की सरकार बनाने में यह राज्य काफी महत्वपूर्ण किरदार निभाता है। इसीलिए आगामी लोकसभा चुनाव के लिए यहां की सीटों पर अपने-अपने प्रत्याशी फाइनल करने में राजनीतिक दल काफी दिमाग लगाते हैं। यूपी की एक अहम लोकसभा सीट है रामपुर, जहां से समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता आजम खान सांसद हैं। लेकिन जेल में बंद होने के चलते वह चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। माना जा रहा है कि अब सपा ने यहां के लिए उपयुक्त उम्मीदवार ढूंढ लिया है। सपा यहां से मोहिबुल्लाह नदवी को टिकट दे सकती है।

मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी दिल्ली की पार्लियामेंट स्ट्रीट मस्जिद के इमाम हैं। वह मूल रूप से रामपुर के ही रहने वाले हैं। जानकारी के अनुसार वह करीब 15 साल से मस्जिद के इमाम हैं। बताया जा रहा है कि वह मंगलवार देर रात रामपुर पहुंच गए थे। उनकी सपा के प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मुलाकात हुई है। इसकी एक तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सामने आई है। अभी तक चर्चा चल रही थी कि इस सीट से सपा डॉ. एसटी हसन या तेज प्रताप यादव को प्रत्याशी बना सकती है। हालांकि, इसे लेकर जो बचा-खुचा संशय है वह भी आज यानी बुधवार को खत्म हो जाएगा क्योंकि रामपुर से नामांकन दाखिल करने की आज आखिरी तारीख है। मुस्लिम बहुल रामपुर को यूपी की हाई प्रोफाइल सीटों में से एक माना जाता है। पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से आजम खां ने जीत हासिल की थी। लेकिन 2022 में यहां हुए उपचुनाव में भाजपा के घनश्याम लोधी को जीत मिली थी। इससे पहले 2014 लोकसभा चुनाव में भी यह सीट भाजपा के खाते में आई थी और नेपाल सिंह जीते थे। भाजपा ने इस बार भी लोधी पर ही भरोसा जताया है। इस सीट पर पहले चरण में यानी 19 अप्रैल को मतदान होगा। बता दें कि रामपुर के सपा कार्यकर्ता मांग कर रहे थे कि खुद अखिलेश यादव यहां से चुनाव लड़ें। कांग्रेस के साथ इंडिया गठबंधन के तहत यह सीट सपा को मिली है।