मथुरा में महिला की हत्या, 15 दिन बाद पानी की टंकी में मिला शव, ऐसे खुला राज

उत्तरप्रदेश मथुरा के बरसाना है। जहां गुरुवार को बरसाना थाना क्षेत्र के परिक्रमा मार्ग
 

पब्लिक न्यूज़ डेस्क। मामला उत्तरप्रदेश मथुरा के बरसाना है। जहां गुरुवार को बरसाना थाना क्षेत्र के परिक्रमा मार्ग पर स्थित एक मकान की पानी की टंकी में महिला का शव मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। परिक्रमा मार्ग स्थित श्मशान भूमि के पास चिकसोली निवासी रमन लाल मास्टर का मकान बना हुआ है। उनके मकान में करीब 6 महीने पहले मध्य प्रदेश निवासी प्रदीप किराए पर रहने आया था।

लगभग दो माह पहले वह अपने साथ एक महिला को लेकर आया और उसे अपनी पत्नी बताकर रहने लगा। करीब 15-20 दिन पहले प्रदीप अपने कमरे का ताला लगाकर चला गया। रमन लाल मास्टर के अनुसार बृहस्पतिवार को उन्हें घर में तीव्र गंध आने लगी। वह छत पर गए, तेज गंध आने पर पानी की टंकी को खोलकर देखा, तो उसमें किसी महिला का शव पड़ा हुआ था। रमन लाल ने इसकी सूचना पुलिस को दी, मौके पर पंहुची पुलिस ने शव को बरामद किया, शव के सड़ने की वजह से उसकी पहचान नहीं हो पायी है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया है।

शव सड़ने की वजह से शिनाख्त नहीं हो पायी

15-20 दिन पहले प्रदीप अपने मकान में ताला लगाकर गांव जाने की बात बोलकर चला गया था, जिस मकान में प्रदीप रहता था, उसकी छत पर स्थित पानी की टंकी से तेज गंध आ रही थी, इस कारण मकान मालिक ने जब छत पर जाकर देखा। तो उन्हे आभास हुआ कि पानी की टंकी से गंध आ रही थी। इस पर जब टंकी को खोलकर देखा तो इसमें महिला का शव पड़ा था। शव पूरी तरह से सड़ चुका था।

रमन लाल ने इसकी सूचना को पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को टंकी से निकलवाने के बाद शिनाख्त के प्रयास किए, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। पुलिस को कमरे से एक महिला के पहचान संबंधी दस्तावेज मिले हैं। हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि शव उसी महिला का है, जो प्रदीप के साथ पत्नी के रूप में रहती थी, या किसी अन्य महिला का।

महिला का डीएनए संरक्षित किया जाएगा

इंस्पेक्टर बरसाना अरुण कुमार के अनुसार शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया है। मृतक महिला का शव का मामला पुलिस ने अज्ञात में दर्ज कर लिया है। शव के बुरी तरह से सड़ने की वजह से उसकी पहचान भी हो पाना मुश्किल हो गई है। ऐसे में पोस्टमार्टम के दौरान डीएनए संरक्षित कर लिया जाएगा, जिससे कभी कोई भी मृतका की पहचान का दावा करे, तो उसके माता-पिता या भाई-बहन के डीएनए से मिलान कराकर साक्ष्य एकत्रित किए जा सकें।