Madhumita Shukla Murder Case: सुप्रीम कोर्ट ने UP सरकार को भेजा नोटिस, निधि शुक्ला बोली - मेरी भी हो जाएगी हत्या
 

उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमति त्रिपाठी
 

पब्लिक न्यूज़ डेस्क। उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमति त्रिपाठी की रिहाई के विरोध में दाखिल अपील पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी करते हुए आठ हफ्तों में जवाब मांगा है। हालांकि मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में 20 साल से जेल में सजा काट रहे है अमरमणि दंपत्ति की रिहाई को लेकर कोर्ट ने कोई आदेश नहीं दिया है।

निधि शुक्ला ने जारी किया था वीडियो

बता दें कि मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला इस मामले में कोर्ट में पैरवी कर रही हैं। निधि ने हाल ही में एक वीडियो जारी किया था। इसमें उन्होंने कहा है कि मुझे पता चला, अमरमणि त्रिपाठी की रिहाई के लिए उत्तर प्रदेश शासन की ओर से आदेश जारी हुआ है। इसके बाद हम 15 दिन से लगातार प्रदेश सरकार और राज्यपाल को पत्र व ई-मेल से सूचना दे रहे हैं कि इस मामले में उनकी ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी गई है। याचिका स्वीकार हो गई है और 25 तारीख यानी आज सुनवाई है।

निधि शुक्ला ने सवाल खड़ा किया है कि किस आधार पर आदेश जारी किया गया है? उन्होंने अपील की है कि सुप्रीम कोर्ट में याचिका पर सुनवाई तक रुक जाएं। उन्होंने आशंका जताई है कि किसी के द्वारा राज्यपाल को भ्रमित करके आदेश जारी कराया गया है। उन्होंने कहा कि मेरे 20 वर्षों का जो संघर्ष है, उसकी कुछ तो लाज रख लीजिए।

क्या कहा सुप्रीम कोर्ट ने?

उधर, सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने जेल में बंद यूपी के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी की समय से पहले रिहाई के खिलाफ मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला की याचिका पर यूपी सरकार को नोटिस जारी किया। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने त्रिपाठी दंपत्ति की रिहाई के खिलाफ कोई आदेश नहीं दिया। बता दें कि 9 मई, 2003 को उनके लखनऊ स्थित आवास पर मधुमिता की हत्या में शामिल होने के आरोप में गोरखपुर जिला जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।

निधि शुक्ला ने जताई ये आशंका

सु्प्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला ने कहा कि मैं यूपी के राज्यपाल और सीएम से अमरमणि त्रिपाठी की रिहाई रोकने का अनुरोध करती हूं। उन्होंने कहा कि आरटीआई आवेदनों में खुलासा हुआ है कि अमरमणि वास्तव में कभी जेल नहीं गए थे। वह कुछ भी कर सकते हैं। निधि ने आशंका जताई है कि क्या होगा अगर उन्होंने मेरी हत्या कर दी? उन्होंने कहा कि इस मामले की पैरवी करने वाला कोई नहीं बचेगा? सला किया कि यूपी में किस तरह की कानून व्यवस्था है?