क्या बीएल संतोष योगी के खिलाफ रिपोर्ट देंगे मोदी को !

 

लखनऊ। सबकी सुनने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी एल संतोष दोपहर में लखनऊ से उड़ गए। उनके जाने के साथ ही लखनऊ में कयासबाजी और तेज हो गई कि आखिर वह योगी सरकार के बारे में क्या रिपोर्ट देंगे? कई मंत्रियो ने उनसे योगी के कामकाज को लेकर सवाल उठाये और कई ने तो यहां तक कहा कि योगी जी उन्हें कोई काम ही नहीं करने देते है।  सारा कार्य उनके कुछ खास अफसर है वही करते है। श्री संतोष के दिल्ली उड़ते ही अब यह चर्चा होने लगी है कि क्या मोदी की नाफ़रमानी की वजह से योगी की घेरेबंदी की जा रही है। मोदी खुद तो सामने नहीं आ रहे है तो वह उसी संघ से योगी के खिआफ़ रिपोर्ट तैयार करवा रहे हो लगातार उनका समर्थन करता रहा है। हालांकि सरकार के एक मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह का कहना है कि यह सारी कवायत सरकार और संगठन में और अधिक समन्वय के लिए की जा रही है। 
उधर बी एल संतोष ने लखनऊ से दिल्ली के लिए उड़ान भरने से पहले योगी की उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन को लेकर तारीफ भरा ट्वीट भी किया। क्या यह सब कुछ पार्टी के लोगो और पब्लिक को गुमराह करने के लिए किया जा रहा है। ढाई दिन में श्री संतोष की तीन चरण में लोगो के साथ बैठके हुई। परसो पुरे दिन प्रदेश भर के संगठन के बड़े पदाधिकारियों से मिलते रहे और शाम को मुख्यमंत्री आवास पर भोजन पर योगी आदित्यनाथ से मिले। कल पुरे दिन मंत्रियो से अकेले में मिले और आज भी कुछ मंत्री मिले लखनऊ के कुछ विधायक और एक सांसद भी बी एल संतोष से मिले। 
आपको बता दे कि यह सबकुछ तब हो रहा है जब यूपी में चुनाव को महज आठ माह बचे है।  वैसे तो यूपी बीजेपी में अंदरूनी घमासान तो जबसे सरकार बानी है तभी से है लेकिन इधर इसमें तेजी तब आयी जब नौकरशाह अरविन्द शर्मा उत्तर प्रदेश की राजनीती में इंट्री हुई। उनके आते ही उन्हें कभी उप मुख्यमंत्री तो कभी गृह मंत्री मीडिया में बनाया जाने लगा। योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर नाराजगी भी जताई और साफ कर दिया कि किसी भी गैर राजनीतिक व्यक्ति को इस समय मंत्रिमंडल में शामिल करना ठीक नहीं है। चूँकि अरविन्द  शर्मा पीएम् नरेंद्र मोदी के खास रहे है और मोदी ने उन्हें कैबिनेट में शामिल करने का आदेश दिया इस वजह से उन्होंने भी इसे नाक का सवाल बना दिया। मोदी ने योगी की घेरेबंदी शुरू कर दी और उन्होंने हथियार उसी संघ को बनाया जो सबसे ज्यादा योगी की पैरवी करता है। अब देखना होगा कि बी एल संतोष क्या रिपोर्ट देते है। 
बी एल संतोष से मंगलवार को मिलने वालों में मंत्रियों में मुख्य रूप से मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, डा. महेंद्र सिंह, सिद्धार्थनाथ सिंह, श्रीकांत शर्मा, सतीश द्विवेदी, अनिल राजभर, अशोक कटारिया रहे। मंत्रियों से उन्होंने अलग-अलग बंद कमरे में बातचीत की। उनके विभाग से संबंधित कल्याणकारी योजनाओं के बारे में सवाल पूछे तो उनके क्षेत्रों में लोगों की समस्याओं के बारे में जाना। सूत्रों का कहना है कि कुछ मंत्रियों ने अपने विभाग द्वारा किए गए अच्छे कार्यों का ब्योरा रखा तो कुछ ने अपने ही अधिकारियों के आगे लाचारी जताई। कहा कि अधिकारी उनकी सुनते नहीं हैं तो कैसे वे कार्यकर्ताओं के काम करवाएं...। राष्ट्रीय महामंत्री संगठन ने मंत्रियों को ज्यादा से ज्यादा सेवा कार्य में जुटने, गांवों का भ्रमण करने और कोरोना के प्रबंधन में किए गए अच्छे कामों के बारे में ग्रामीणों को बताने की बात कही।

 

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