जहरीली शराब का कहर, आंबेडकर नगर, आजमगढ़ और बदायूं में अब तक 24 लोगों की मौत

 

लखनऊ।  प्रशासन के लाख कोशिशों के बाद भी उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब का धंधा थम नहीं रहा है।  पंचायत चुनाव के दौरान कई जिलों से घटनाएं सामने आने के बावजूद भी सरकार नहीं चेती। इसी निष्क्रियता के चलते आंबेडकर  नगर, आजमगढ़ और बदायूं में कोहराम मचा हुआ है। जहां आंबेडकर नगर में जहां 16 लोगों की मौत हो गई, वहीं आजमगढ़ में छह लोगों की जान चली गई। बदायूं में भी दो युवकों की मौत हो गई है । सोमवार शाम से शुरू मौतों का सिलसिला मंगलवार को भी नहीं थमा। अब भी कई लोग ज़िन्दगी और मौत से संघर्ष कर रहे हैं। आंबेडकरनगर की घटना को आबकारी विभाग ने गंभीरता से लिया है। इस मामले में आबकारी निरीक्षक सहित चार लोगों को निलंबित करके जांच की जा रही है।

आजमगढ़ में भी जहरीली शराब पीने से छह लोगों की 48 घंटे के अंदर मौत हो गई। मृतकों में राजेश सोनी (मित्तूपुर), लालता (सौदमा), मुन्ना व पिंटू (राजेपुर), रिंकू निषाद (बलईपुर) व त्रिभुवन (चकिया गांव) शामिल हैं, जबकि मित्तूपुर गांव के रामशेर व उसरहा गांव (अंबेडकर नगर) के रवि निजी अस्पताल में भर्ती हैं। रवि ने पुष्टि की है कि उन लोगों ने एक दिन पूर्व शराब ठेकेदार मोती से लेकर शराब पी थी। जैतपुर थाने (अंबेडकर नगर) के मखदूमपुर गांव के सेवानिवृत्त सूचना अधिकारी राम सुभग चौहान के घर पड़ोसी अमित चौहान, महेश चौहान, जैसराज चौहान और बगल गांव शिवपाल के सोनू चतुर्वेदी ने एक साथ बैठकर शराब पी थी। शाम ढलते-ढलते अमित चौहान की मौत हो गई, जबकि अन्य की हालत बिगड़ गई। परिजन उन्हें लेकर नगपुर सीएचसी पहुंचे, यहां इलाज न हो पाने पर जलालपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

सोमवार को ही सेवानिवृत्त अधिकारी राम सुभग, महेश चौहान, सोनू चतुर्वेदी और मंगलवार को जैसराज चौहान की मौत हो गई। महेश चौहान की आठ मई को ही शादी हुई थी। ग्रामीणों के मुताबिक मखदूमपुर के ही योगेंद्र चौहान, हरीराम और अजीत की भी शराब पीने से हालत बिगड़ गई। तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी थाने क्षेत्र के चौदहप्राश गांव के रवि और सोहगूपुर के लल्लन सिंह की भी शराब पीने से मौत हो गई। कटका थाने के महंगीपुर गांव में भी जहरीली शराब ने कोहराम मचाया। यहां के श्याम सिंह की मंगलवार को मौत हो गई थी, जबकि इनके भाई राजेश सिंह और संजय सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है।

उधर, मालीपुर थाने के बैरागल गांव के मखंचू मौर्या के घर से रविवार को अकबरपुर कोतवाली के बूढ़नपुर गांव में बरात गई थी। सोमवार सुबह बरात लौटी। थोड़ी देर बाद सुलतानपुर जनपद के थाना अखंडनगर के रहने वाले मखंचू के रिश्तेदार राम आशीष मौर्य की यहीं मौत हो गई। चार घंटे के अंतराल में बैरागल के निमेष पाल, मालीपुर गांव के राम आशीष और रुकुनपुर के सुदीप मौर्य की भी मौत हो गई। ये सभी बरात में गए थे और वहां इन सभी के शराब पीने की बात कही जा रही है। इसी थाने के कुलहियापट्टी गांव के शैलेंद्र राजभर और करमिसिरपुर के खैंचू यादव की भी सोमवार को संदिग्धावस्था में मौत हो गई। जलालपुर कोतवाली के पेठिया गांव के श्यामलाल और मोहम्मद झीनक की सोमवार सुबह मौत हो गई। इन सबके शराब पीने की बात बताई जा रही है।

उधर, बदायूं के दहेमू गांव में अवैध शराब पीने से दो युवकों हरिभानू सिंह और विनीत तोमर की मौत हो गई। सुबह दोनों के परिजन मौत की वजह शराब बता रहे  हैं, मगर बाद में सब  कुछ पुलिस के मनमुताबिक हो गया। पुलिस ने एक पीडि़त परिवार से लिखवा लिया कि बुखार से मौत हुई। दूसरे युवक के स्वजन से भी बात की। इसके बाद बिना पोस्टमार्टम कराए दोनों शवों का अंतिम संस्कार करा दिया गया। एसटी सिटी प्रवीण सिंह चौहान ने बताया दोनों की मेडिकल रिपोर्ट मंगवाई गई है। डाक्टरों से परामर्श के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि शराब माफियाओं ने गाँव - गाँव अपना जाल बिछाया हुआ है। 

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