लिंक रोड़ के नए सर्वे में उजड़ रहा गरीबों का आशियाना: मिश्र

 
:अधिवक्ता ने माननीयों पर लगाए गंभीर आरोप

संवाददाता विवेक मिश्रा 
चित्रकूट

बुन्देलखंड एक्सप्रेस वे से देवांगना हवाईपट्टी तक लिंक रोड के सर्वे को रसूखदार प्रभावित कर रहे हैं। जिससे गरीबों के आशियाने उजड़ जाएंगें। इस साजिश से गरीब परिवार बेहद परेशान हैं।
शुक्रवार को माकपा के जिला सचिव रुद्रप्रसाद मिश्र एड. ने पत्रकारों से रूबरू होकर बताया कि बुन्देलखंड एक्सप्रेस वे के जीरो प्वाइंट से ग्राम गोंडा वाया रामपुरमाफी होते हुए देवांगना हवाईपट्टी तक जाने वाले प्रकाशित लिंक रोड़ को रसूखदार स्टोन मिल मालिको वं कुछेक राजनेताओं के इशारे पर अब बदला जा रहा है। घनी आबादी के बीच से निकाला जा रहा है जो गलत है। पहले के सर्वे में बस्ती नहीं ध्वस्त हो रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि माननीय के स्वजातीय रिश्तेदार की क्रेशर मिल पूर्व के सर्वे में आ रही थी, लेकिन स्थानीय प्रशासन दबाव के चलते अकबरपुर से लिंक रोड़ का सर्वे करा रही है। जिससे लगभग डेढ सैकडा कोल आदिवासियों व सौ से अधिक दलित बस्ती के लोगों के आशियाने उजड़ जाएंगें।

माननीय के क्रेशर मिल बचाने के चक्कर में यह साजिश रची जा रही है। बताया कि 29 दिसम्बर को एसडीएम व राजस्व टीम ने देखा कि आबादी उजड़ रही है। जबकि रामपुर माफी से लिंक रोड़ निकलने पर तीन से चार स्टोन मिल स्थानान्तरित करना पड़ेगा। आबादी को भी कम क्षति है। सूबे के मुखिया के आदेश है कि माफियाओं को छोड़कर किसी के मकान न गिराए जाएं। उन्होंने कहा कि अगर पूर्व की भांति लिंक रोड़ नहीं बनाया गया तो आंदोलन को बाध्य होंगें।