विकास की बाट जोह रहा 1860 में बना नगर पंचायत

 बैठक को सम्बोधित करते व्यापर संघ के पदाधिकारी 
 
:तुलसी धाम के विकास के लिए व्यापारियों ने बनाई रूपरेखा

संवाददाता विवेक मिश्रा
चित्रकूट

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मण्डल के पदाधिकारी एवं सदस्यों की बैठक जिला उपाध्यक्ष शिवपूजन गुप्ता की अध्यक्षता में हुई। जिसमें नगर पंचायत राजापुर के विकास पर चर्चा की गई।
तुलसी जन्मस्थली के सौन्दर्यीकरण व नगर पंचायत के विकास की चर्चा करते हुए जितेन्द्र द्विवेदी प्रधानाचार्य धीरेन्द्र इण्टर कॉलेज राजापुर ने कहा कि भारत की आजादी में गोस्वामी तुलसीदास की अहम भूमिका थी। उनकी रामचरितमानस में लिखी एक पंक्ति करि बिचारि देखौ मन माहीं, पराधीन सपनेहुं सुख नाहीं। इस चौपाई से आजादी की चिंगारी बनकर जनमानस में स्वाधीनता के प्रति लगाव और देशप्रेम बढ़ता गया। उनकी जन्मस्थली की उपेक्षा लगातार आजादी से लेकर आज तक होती रही, लेकिन योगी सरकार ने तुलसी जन्मस्थली को विकसित करने के लिए जो कार्य योजना बनाई है वह प्रशंसनीय है।

जिला उपाध्यक्ष शिवपूजन गुप्ता ने कहा कि राजापुर तथा आगरा को 14 अगस्त 1860 में नगर पंचायत का दर्जा ब्रिटिश शासनकाल में मिला था। आज राजापुर विकास के लिए आँसू बहा रही है। आजादी के बाद से जितनी भी सरकारें आईं वह तुलसी जन्मस्थली की उपेक्षा करती रहीं। जबकि गोस्वामी तुलसीदास की हस्तलिखित श्रीराम चरितमानस आज भी तुलसी जन्मस्थली में राष्ट्रीय धरोहर के रूप में रखीं हैं। जिसके दर्शन करने के लिए देश विदेश के पर्यटक आते हैं। जिनके ठहरने के लिए कोई भी पर्यटक भवन न होने के कारण पर्यटकों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है।

गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा चंदन से निर्मित संकट मोचन मन्दिर आज यमुना में विलुप्त होने की कगार पर खड़ा हो गया है। जिसके लिए पूर्व से कटान को रोकने के लिए पिचिंग कराने की माँग की जा रही है। जिससे हनुमान मंदिर तुलसी वाटिका से लेकर रामघाट, तुलसी घाट, बाबा घाट का अस्तित्व बचा रह सकता है। राजापुर कस्बे को सुन्दर व स्वच्छ बनाने के लिए सुंदर सड़कें जरूरी है। जल निकासी की व्यवस्था हो। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा हस्तलिखित श्रीरामचरितमानस पर विश्व शोध कर रहा है लेकिन उनकी जन्मस्थली में तुलसी शोध संस्थान का होना भी अत्यंत आवश्यक है। यहां डग्गामार वाहनों का बोलबाला है। सड़क राज्य परिवहन के एमडी से कई बार पत्राचार के माध्यम से रोडवेज बसें तुलसी धाम से अनेकों धार्मिक स्थलों को जोड़ने की चर्चा की गई, लेकिन आज तक उस चर्चा को अमली जामा नहीं पहनाया गया। जिससे तुलसी धाम का विकास अवरुद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इन बिन्दुओं की रूपरेखा बनाकर पत्राचार किये जाने की आवश्यकता है।

इस अवसर पर सुभाषचंद्र अग्रवाल, अनिल गुप्ता, प्रमोद शुक्ला, भरतलाल जायसवाल, साकेत प्रजापति, अनिल जायसवाल, राहुल मिश्रा, जुगराज केशरवानी, उमेश सोनी, सुंदरलाल अग्रहरि, कमलेश अग्रहरि, वेद केशरवानी आदि व्यापारी व नागरिक उपस्थित रहे।