अमरोहा लोकसभा सीट से बीजेपी ने चौधरी कंवर सिंह तंवर को अपना उम्मीदवार बनाया, इस सीट से डॉ मुजाहिद हुसैन और कांग्रेस ने दानिश अली को अपना प्रत्याशी चुना जानिए 

लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल का शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। अब UP की 8 सीटों पर 26 अप्रैल को दूसरे चरण का
 

पब्लिक न्यूज़ डेस्क- लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल का शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। अब UP की 8 सीटों पर 26 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होगा। जानकारी के अनुसार दूसरे चरण में यूपी की मथुरा, गााजियाबााद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अमरोहा, मेरठ, बागपत और अलीगढ़ सीट पर मतदान होना है। इनमें से सबसे हॉट सीट अमरोहा पर 19 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैली कर यहां राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ा दी है। आज यहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव संयुक्त रैली करेंगे। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने अमरोहा लोकसभा सीट से चौधरी कंवर सिंह तंवर को अपना उम्मीदवार बनाया है। बता दें ये लगातार तीसरी बार है जब कंवर सिंह तंवर यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, बसपा ने भी अमरोहा लोकसभा सीट से डॉ मुजाहिद हुसैन को अपना प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने दान‍िश अली को अपना प्रत्याशी चुना है। बता दें इस बार सपा और कांग्रेस यूपी में एक साथ चुनाव मैदान में हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा और सपा एक साथ थीं।

2019 में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों पर नजर डालें तो बसपा के कुंवर दानिश अली यहां से चुनाव जीते थे। उन्हें 601082 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर बीजेपी के कंवर सिंह तंवर रहे थे उन्हें 537,834 वोट मिलते थे। बता दें साल 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कंवर सिंह तंवर यहां से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। जानकारी के अनुसार इस लोकसभा सीट पर कुल करीब 15,96,897 मतदाता हैं। 2019 में इनमें से कुल 11,69,182 लोगों ने अपना मत प्रयोग किया था। इस लोकसभा सीट पर अब तक 17 बार चुनाव हो चुके हैं। आखिरी बार कांग्रेस पार्टी के रामपाल सिंह 1984 में चुनाव जीते थे। 2004 में इस सीट से निर्दलीय हरीश नागपाल चुनाव जीते थे। बता दें अब तक बीजेपी का उम्मीदवार यहां से तीन बार, बसपा दो बार, सपा, जनता दल और रालोद का प्रत्याशी एक-एक बार चुनाव जीत चुका है। बता दें अमरोहा लोकसभा के अंतर्गत धनौरा, अमरोहा, नौगावां सादात, हसनपुर और गढ़मुक्तेश्वर कुल पांच विधानसभा आती हैं। यहां हर बार लोकसभा चुनाव में अलग पार्टी का प्रत्याशी चुनाव जीतता आया है।