कप्तानी छिनी, टीम से ड्राप किया गया फिर भी सबसे बड़ा मैच विनर रहा ये खिलाड़ी

 

पब्लिक न्यूज डेस्क। ICC T20 World Cup 2021से पहले इंडियन प्रीमियर लीग यानी IPL खेला गया था। आइपीएल के 14वें सीजन में आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वार्नर भी शामिल थे। यहां तक कि वे सनराइजर्स हैदराबाद टीम के कप्तान थे, लेकिन खुद के और टीम के खराब प्रदर्शन के कारण उनको कप्तानी छोड़ने के लिए विवश होना पड़ा था। केन विलियमसन को SRH की कप्तानी दी गई थी। यहां तक कि यूएई में हुए आइपीएल 2021 के दूसरे लेग में उनको टीम से ही ड्राप कर दिया गया, लेकिन कहते हैं कि फॉर्म अस्थायी है, लेकिन क्लास स्थायी है (Form is temporary, but class is permanent), ये डेविड वार्नर ने साबित कर दिखाया।

बाएं हाथ के बल्लेबाज डेविड वार्नर इस बात से निराश जरूर थे कि उनको टीम से ड्राप कर दिया गया है,लेकिन उनको खुद पर और उनके साथियों को उन पर भरोसा था कि वे बड़े मैच विनर हैं। उन्होंने T20 विश्व कप में ये साबित कर दिखाया। आस्ट्रेलिया को पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल और न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल मैच में जीत दिलाने में डेविड वार्नर की अहम भूमिका रही। पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने 49 रन बनाए और न्यूजीलैंड के खिलाफ ताबड़तोड़ 53 रन की पारी खेली और टीम को पहला टी20 विश्व कप का खिताब दिलाया। भले ही दोनों मैचों में वे प्लेयर आफ द मैच का खिताब नहीं जीत पाए, लेकिन वे प्लेयर आफ द टूर्नामेंट चुने गए।
डेविड वार्नर ने टी20 विश्व कप के सात मैचों में 289 रन बनाने में सफल हुए। उन्होंने तीन अर्धशतकों के साथ ये रन बनाए। हालांकि, वे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज नहीं थे, लेकिन उन्होंने जो रन बनाए, वो टीम के लिए अहम मौकों पर काम आए। यही वजह रही कि आइसीसी के पैनल ने उनको आइसीसी प्लेयर आफ द टूर्नामेंट के खिताब से नवाजने का फैसला किया था। डेविड वार्नर ने साबित कर दिया है कि कुछ मैच उनके खराब हो सकते हैं, लेकिन उनकी क्लास परमानेंट रहेगी। डेविड वार्नर इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा चौके लगाने वाले खिलाड़ी भी रहे। वार्नर ने टी20 विश्व कप में 32 चौके और 10 छक्के जड़े।

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