सिपाही की तेज रफ्तार बुलेट से मजदूर की मौत, थानेदार ने कहा... 
 

आईआईएम रोड पर रविवार देर रात जॉगर्स पार्क चौराहे के पास बुलेट से तेज रफ्तार
 

पब्लिक न्यूज़ डेस्क। आईआईएम रोड पर रविवार देर रात जॉगर्स पार्क चौराहे के पास बुलेट से तेज रफ्तार में जा रहे पुलिसकर्मियों ने सड़क पार कर रहे सीतापुर के लहरपुर निवासी मजदूर सुरेश (50) को कुचल दिया। चंद मिनटों में ही उसकी मौत हो गई। हादसे में बुलेट चला रहे सिपाही अजय जाट को भी गंभीर चोटें आईं। ट्रॉमा में उसका इलाज जारी है। हादसे की सही सूचना न देने और गुमराह करने पर काकोरी थानेदार विजय यादव को हटा दिया गया है।

काकोरी थाने में तैनात सिपाही अजय जाट और सौरभ मिश्रा रविवार रात ड्यूटी पर थे। बताया जा रहा है कि रात करीब दो बजे एक संदिग्ध वाहन का पीछा करते हुए वे जॉगर्स पार्क के आगे तक पहुंच गए। जब वे वापस लौट रहे थे तो बुलेट की रफ्तार बहुत तेज थी। पार्क के पास ही सड़क पार कर रहे सुरेश को रौंद दिया। बुलेट चला रहे अजय भी खून से लथपथ होकर गिर गए। स्थानीय पुलिस ने सभी को अस्पताल पहुंचाया। सूचना पर सोमवार सुबह सुरेश के परिवारीजन पहुंचे। पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने शव उनके सुपुर्द कर दिया। सुरेश पल्लेदारी करते थे।

हेलमेट नहीं, दूसरे थानाक्षेत्र में धरपकड़, कहीं खेल तो नहीं

बुलेट अजय चला रहे थे। जानकारी के मुताबिक वह हेलमेट नहीं लगाए थे। ड्यूटी के दौरान वह निजी बाइक से थे। अफसर दावा कर रहे हैं कि एक संदिग्ध वाहन का पीछा करते हुए दोनों पुलिसकर्मी काकोरी से दुबग्गा थाना क्षेत्र तक धरपकड़ करने पहुंच गए। अगर ऐसा था तो किसी को सूचना क्यों नहीं दी? सूत्रों के मुताबिक रात में डग्गामार, भारी वाहनों आदि से वसूली का खेल चलता है। कहीं ऐसा तो नहीं उसी प्रयास में पुलिसकर्मी वहां तक गए। तभी हादसा हो गया। जांच में सभी तथ्य सामने आएंगे।

इसलिए थानेदार पर गिरी गाज

हादसा रात दो बजे हुआ। काकोरी थानेदार विजय यादव ने इस संबंध में किसी भी उच्चाधिकारी को जानकारी नहीं दी। बाद में जो जानकारी दी, वह अधूरी व झूठी थी। उन्होंने मामूली चोट आने की बात कही थी, जबकि सुरेश की मौत हो गई थी। थानेदार के इस रवैये को पुलिस कमिश्नर ने गंभीरता से लिया। तत्काल उनको हटाकर एएचटीयू थाने भेज दिया गया।

डीसीपी का दावा गलत निकला

डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने इस संबंध में एक वीडियो बयान जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी पालीगॉन (सरकारी पुलिस की बाइक) से थे। ये दावा पूरी तरह गलत निकला। क्योंकि पुलिसकर्मी बुलेट से थे। जो हादसे में क्षतिग्रस्त भी हुई। बुलेट सिपाही अजय की है।

अचानक से सामने आ गया...

एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि हादसे के संबंध में दोनों पुलिसकर्मियों से बातचीत कर जानकारी ली गई। उन्होंने बताया कि सुरेश डिवाइडर पर खड़ा था और वह अचानक से सड़क पार करने के लिए कूदा और चल दिया। बुलेट को नियंत्रित करने का वक्त ही नहीं मिला।