जज ने कहा- बड़े भाई ने अपना फर्ज निभाया होता तो छोटा न बनता माफिया
पब्लिक न्यूज़ डेस्क। माफिया मुख्तार अंसारी और उसके बड़े भाई सांसद अफजाल अंसारी को गैंगस्टर एक्ट के तहत दोषी पाने के बाद सजा सुनाने के दौरान एमपी-एमएलए कोर्ट के जज ने कथा सम्राट मुंशी प्रेमंचद की कहानी बड़े भाई साहब का जिक्र किया। जज ने अफजाल अंसारी से कहा कि मुंशी प्रेमचंद की कहानी में दो भाइयों का जिक्र है। बड़ा भाई अपना फर्ज निभाते हुए छोटे भाई को अच्छे रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करता है। लेकिन, अफजाल अंसारी ने ऐसा नहीं किया।
जज ने कहा कि मुख्तार अंसारी ने जब पहली बार अपराध की दुनिया में कदम रखा था उसी समय अफजाल अंसारी ने उसे रोका होता। शायद मुख्तार अपराध की दुनिया में नहीं होता। बल्कि, एक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी होता।
कोर्ट में बड़े भाई साहब कहानी का उल्लेख
गाजीपुर के एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि फैसला सुनाने से पहले एमपी-एमएलए कोर्ट के जज ने बड़े भाई साहब कहानी का उल्लेख किया। इसके बाद उन्होंने सजा सुनाई। सांसद अफजाल अंसारी के लिए अब क्या कानूनी विकल्प हैं?
इस सवाल पर एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने कहा कि अफजाल अंसारी की संसद की सदस्यता चली जाएगी। जिस जनप्रतिनिधि को दो साल से अधिक की सजा से दंडित किया जाता है, उसकी संसद या विधानसभा की सदस्यता चली जाती है।
रविवार का दिन होने की वजह से फैसले की प्रति लोकसभा को नहीं भेजी गई है। सोमवार को जजमेंट की प्रति लोकसभा में जाएगी। अफजाल अंसारी निचली अदालत के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दे सकते हैं।