उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज घटनास्थल का दौरा किया, राहुल के सामने छलका पिता का दर्द जानिए
पब्लिक न्यूज़ डेस्क- हाथरस हादसे को लेकर पूरे देश में हाहाकार मचा है। सत्संग में मची भगदड़ से 121 लोगों की जान चली गई। बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस का दौरा किया था। आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी हाथरस पहुंच गए हैं। राहुल गांधी ने हाथरस हादसे के पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान एक पिता भी अपनी बेटी को याद कर भावुक हो उठा। हाथरस हादसे में एक पिता ने अपनी नन्ही सी परी को हमेशा के लिए खो दिया। मीडिया से बातचीत के दौरान पीड़ित पिता ने बताया कि उनकी पत्नी भोले बाबा का सत्संग सुनने गई थी। कुछ देर बाद उनकी दो बेटियां भी सत्संग में पहुंच गईं। सत्संग खत्म होने के बाद भोले बाबा की गाड़ी निकली। भीड़ में मौजूद कई लोग भोले बाबा के चरणों की धूल लेने दौड़े। इसी भगदड़ में मेरी दोनों बेटियां भी फंस गईं। दोनों बेटियां जमीन पर गिर पड़ी। हालांकि बड़ी बेटी ऊपर थी तो वो जल्दी से ऊठकर खड़ी हो गई। मगर छोटी बेटी नीचे दबी हुई थी। बड़ी बेटी ने उसे निकालने की बहुत कोशिश की। मगर वो नाकाम रही। कई लोग उसके ऊपर से पैर रखते हुए गुजर गए। काफी देर बाद जब बड़ी बेटी ने छोटी बेटी को नीचे से निकाला तो उसकी सांसे चल रही थी लेकिन उसने अपनी बहन की गोद में ही दम तोड़ दिया। इस हादसे के बाद बड़ी बेटी सदमे में है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आपबीती सुनाते हुए एक महिला ने बताया कि मेरी मां सत्संग सुनने गई थीं। हम उनका इंतजार कर रहे थे। जब हमें सत्संग में भगदड़ की खबर मिली तो हम मौके पर पहुंचे। वहां लाशों का ढेर लगा था। सबका चेहरा कीचड़ से सना हुआ था। हमने काफी देर तक ढूंढा, तब कहीं जाकर हमें मां का शव मिला। हमारे घर में वही कमाने वाली थी। जिससे घर का पेट पलता था। राहुल गांधी जी ने ऊपर बात करके सहायता दिलवाने का आश्वासन दिया है।हाथरस दौरे पर पीड़ितों से बातचीत करने के बाद राहुल गांधी ने भी सरकार से मुआवजा देने की गुजारिश की है। राहुल ने कहा कि कई परिवारों का नुकसान हुआ है। काफी लोगों की मौत हो गई है। प्रशासन की कमी तो है ही और पीड़ितों को सही मुआवजा मिलना चाहिए। मैं यूपी के सीएम से विनती करता हूं कि दिल खोलकर मुआवजा दें।