अनोखी दवाई ,18 करोड़ रुपये है एक डोज़ की कीमत एट्रोफी के इलाज में आती है काम 

 

नई दिल्ली।  ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) ने एक दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी को ठीक करने के लिए दुनिया की सबसे महंगी दवा को मंजूरी दे दी। इसकी एक खुराक की कीमत 18 करोड़ रुपये है। 
एनएचएस इंग्लैंड ने एक बयान में कहा कि नोवार्टिस जीन थैरेपी द्वारा निर्मित को मंजूरी दे दी गई है। 

इसकी एक खुराक की कीमत 18 करोड़ रुपये (£1.79 मिलियन पॉड) है। बता दें कि जेनेटिक स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) नामक बीमारी से ग्रसित रोगियों इस दवा की जरूरत पड़ती है। इसका इलाज दुनिया में सबसे महंगा माना जाता है। इस बीमारी में मरीजों को दुनिया का सबसे महंगा इंजेक्शन लगाया जाता है। एसएमए बहुत ही दुर्लभ बीमारी है और यह शरीर में एसएमएन-1 जीन की कमी से होती है। इस बीमारी से पीड़ित मरीजों के सीने की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें पब्लिक न्यूज़ टी वी के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @PublicNewsTV और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @PublicNewsTV पर क्लिक करें।