Tantra Mantra: क्या सच में होते हैं भूत-प्रेत? ऐसे करें इन्हें कंट्रोल
 

कई बार हमारे सामने ऐसी घटनाएं सुनने में आती हैं
 

पब्लिक न्यूज़ डेस्क। कई बार हमारे सामने ऐसी घटनाएं सुनने में आती हैं, जब किसी व्यक्ति में भूत, प्रेत या देवी-देवता का आवेश हो गया। ऐसे व्यक्ति अद्भुत शक्तिशाली बन जाते हैं, वे आसानी से लोगों के वश में नहीं आते हैं और मनमर्जी से कुछ भी करने लगते हैं। ऐसे लोगों को कंट्रोल करने के लिए बहुत से लोग अलग-अलग तरीके आजमाने की सलाह देते हैं।

यदि शास्त्रों के अनुसार देखें तो ऐसा होना संभव है। हालांकि इसके पीछे अधिकतर मन का वहम या डर होता है। कई बार कुछ लोग जिनकी मरते समय कोई इच्छा अधूरी रह जाती हैं, वे भी प्रेत बन जाते हैं। ऐसी शक्तियां भी अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए लोगों को परेशान करने लगते हैं।

कैसे कंट्रोल करें भूत-प्रेत जैसी शक्तियों को 

मनोवैज्ञानिकों के अनुसार इस तरह के अधिकतर मामले शिजोफ्रेनिया जैसे होते हैं। यानि व्यक्ति अपनी ही सोच में इतनी लीन हो जाता है कि उसे काल्पनिक चीजें दिखने लगती हैं जो सिर्फ उसी को दिखती हैं। यह काफी कुछ उसी तरह है जैसे ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ में मुन्ना भाई बने संजय दत्त को महात्मा गांधी दिखते हैं। हालांकि ऐसा वास्तव में नहीं होता बल्कि दिमाग में हुए केमिकल लोचे के कारण होता हैं।

यह केमिकल लोचा जब किसी के दिमाग में जरूरत से ज्यादा हो जाता है, तब उसे भी मरे हुए लोग दिखने लगते हैं, उससे बात करने लगते हैं। हालांकि वे इससे ज्यादा कुछ नहीं कर पाते। इस तरह की स्थितियों को संभालने के लिए किसी तांत्रिक से ज्यादा मनोवैज्ञानिक की आवश्यकता होती है। वह अलग-अलग थैरेपीज तथा दवाईयों के प्रयोग से इस तरह की मनोस्थिति या बीमारी को सही करने में सहायता कर सकते हैं।

यदि किसी कारण से ऐसा वास्तव में भी हो जाए तो भी डरने के बजाय कुछ आसान से मंत्रों के जरिए इस समस्या को दूर किया जा सकता है। इस समय गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जप तथा हवन कर लेना चाहिए। इससे भी समस्या दूर हो जाती है। यदि पीड़ित व्यक्ति स्वयं ही इन मंत्रों का जप करें तो और भी जल्दी आराम आता है।

इन उपायों से भी मिलता है आराम

सामान्य तौर पर मनोवैज्ञानिक और तांत्रिक, दोनों के ही अनुसार जिन लोगों की नेगेटिव थॉट्स होती हैं, वे ही इस तरह की परिस्थितियों का शिकार होते हैं। यदि कोई व्यक्ति हमेशा खुश रहें, चीजों को सकारात्मक तरीके से लेना सीखें तो उस व्यक्ति पर कभी भूत, प्रेत जैसी चीजें असर नहीं दिखा पाती हैं।
प्रतिदिन कम से कम 10 मिनट मेडिटेशन अथवा पूजा-पाठ में बिताना चाहिए। इससे व्यक्ति का दिमाग शांत होता है और उसका आत्मबल बढ़ता है। इस तरह के लोगों पर किसी भी तरह की कोई चीज असर नहीं कर पाती हैं।

प्रतिदिन कम से कम 10 मिनट मेडिटेशन अथवा पूजा-पाठ में बिताना चाहिए। इससे व्यक्ति का दिमाग शांत होता है और उसका आत्मबल बढ़ता है। इस तरह के लोगों पर किसी भी तरह की कोई चीज असर नहीं कर पाती हैं।