Hariyali Amavasya 2023: हरियाली अमावस्या आज, बन रहे 3 बड़े संयोग, इस विधि से बनेंगे सारे काम
पब्लिक न्यूज़ डेस्क। महादेव को समर्पित सावन मास का आज दूसरा सोमवार है। शिव भक्तों के लिए ये दिन बेहद खास है। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करना सबसे आसान है। सावन के सोमवार को उनकी खास पूजा की जाती है। सावन के दूसरे सोमवार को यानी आज खास संयोग बन रहा है। आज हरियाली अमावस और सोमवती अमावस्या भी पड़ रही है जिसके चलते इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। इसके अलावा आज ग्रहों के राजा सूर्य राशि परिवर्तन करते हुए मिथुन राशि से कर्क राशि में प्रवेश करने वाले हैं।
सावन मास की अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहा जाता है। इस दिन पौधे लगाना काफी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पौधे लगाने से हर मनोकामना पूर्ण होती है और घर में सुख समृद्धि आती है। इस दिन दान स्नान का भी काफी महत्व है।दान पुण्य करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। इस दिन भगवान शिव की पूजा का भी काफी महत्व है।मान्यता है कि जो भी भक्त इस दिन विधि विधान से भगवान शिव की आराधना करता है, उसी सभी इच्छा पूरी होती हैं।
हरियाली अमावस्या के दिन दान-स्नान का मुहूर्त
हरियाली अमावस्या पर दान स्नान के दो शुभ मुहूर्त है। पहला मुहूर्त सुबह 5.34 से सुबह 7.17 तक और दूसरा मुहूर्त सुबह 9.01 से सुबह 10.44 तक है
हरियाली अमावस्या की पूजा विधि
हरियाली अमावस्या के दिन सही विधि से पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है और सारे कष्टों से मुक्ति मिलती है।
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें. इसके बाद गंगाजल से पूरे घर को पवित्र करें।
इसके बाद एक चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाएं और भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें।
इसके बाद शिवलिंग का अभिषेख कर बेल पत्र छड़ाएं और भगवान शिव की पूजा करें।
इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की चालीसा का पाठ करें और शिव मंत्र का जाप करें।