नूंह में बुलडोजर ऐक्शन पर भड़के ओवैसी, हरियाणा प्रशासन बोला- अभी और तोड़ेंगे

नूंह जिले में बुलडोजर की कार्रवाई जारी है। इस मामले पर सियासत भी तेज हो गई है। AIMIM  प्रमुख ने इसे एकतरफा कार्रवाई करार दिया है। वहीं प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई जारी रहेगी।

 

नूंह जिले में बुलडोजर की कार्रवाई जारी है। इस मामले पर सियासत भी तेज हो गई है। AIMIM  प्रमुख ने इसे एकतरफा कार्रवाई करार दिया है। वहीं प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई जारी रहेगी।

नई दिल्ली। हिंसा प्रभावित नूंह जिले में हरियाणा प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई जारी है। प्रशासन ने रविवार को भी नूंह जिले में एक होटल समेत कई अवैध संरचनाओं को रविवार को ध्वस्त कर दिया। नूंह में बुलडोजर ऐक्शन का चौथा दिन है। जिला प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई अभी जारी रहेगी। प्रशासन ने अभी 16 अवैध संरचनाओं की पहचान की है, जिन पर बुलडोजर चलेगा। उपमंडलीय मजिस्ट्रेट अश्विनी कुमार का कहना है कि इन्हें अवैध रूप से बनाया गया था। उपद्रवियों ने इनका इस्तेमाल पथराव करने के लिए किया था। इस मसले पर सियासत भी गर्म है।

AIMIM  प्रमुख ने इसे एक तरफा कार्रवाई बताया है।
ऑल इंडिया मजिलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानि AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को नूंह में बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीब मुसलमानों पर एकतरफा कार्रवाई की जा रही है। वहीं अपराधी खुले आम घूम रहे हैं। औवेसी ने कहा कि केवल आरोपों के आधार पर सैकड़ों गरीब परिवारों को बेघर कर दिया गया। 

ओवैसी ने ट्वीट कर कहा- सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि कोई भी बुलडोजर एक्शन लेने से पहले सरकार को कानून की प्रक्रिया का पालन करना होगा। कोई भी बुलडोजर कार्रवाई बिना बिल्डिंग मालिक को अपनी बात रखने का मौका दिए बगैर नहीं हो सकती है। आलम यह है कि बस आरोपों की बुनियाद पर सैकड़ों गरीब परिवारों को बेघर कर दिया गया। भले ही संघी अपनी बर्बरता पर गर्व करते हों, लेकिन न यह कानूनी तौर पर सही है। इसे इंसानियत के तकाजे से भी सही नहीं माना जा सकता है। 

इस बीच प्रशासन ने साफ कर दिया है कि हर सूरत में अतिक्रमण हटाए जाएंगे। अवैध निर्माणों पर बुलडोज़र की कार्रवाई जारी रहेगी। उप संभागीय मजिस्ट्रेट कुमार ने कहा- ये अवैध निर्माण थे। तोड़े गए ढांचों के मालिकों को पहले ही नोटिस दिए गए थे। अभियान आगे भी जारी रहेगा। 

वहीं गुरुग्राम के सेक्टर-57 में मस्जिद जलाने और उसके नायब इमाम की हत्या के मामले में चार युवकों की गिरफ्तारी के विरोध में तिगरा गांव में हिंदू समुदाय की महापंचायत चल रही है। महापंचायत में शामिल लोगों का दावा है कि गिरफ्तार लोगों का हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है।