MCD चुनाव को लेकर दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड में- वोटरों को शराब-पैसे का लालच दिया तो खैर नहीं! 
 

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के 250 वार्डों पर चार दिसंबर को मतदान होना है
 

पब्लिक न्यूज़ डेस्क। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के 250 वार्डों पर चार दिसंबर को मतदान होना है। मतों की गिनती सात दिसंबर को की जाएगी। चुनाव को लेकर दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड में है।  दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को कहना है कि संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त पुलिसबलों की तैनाती की जाएगी। कोई भी प्रत्याशी या उसके समर्थक वोटरों को अपने पक्ष में वोट डालने को लेकर शराब और पैसे का लालच देते पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

एमसीडी चुनावों से पहले दिल्ली में तेज हुई राजनीतिक सरगर्मी के बीच विशेष आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी की अधिकतर आबादी सिंघु से लेकर गाजीपुर तक फैले उनके अधिकार क्षेत्र वाले आठ जिलों में रहती है, लिहाजा यह इलाका विभिन्न राजनीतिक दलों का ज्यादा ध्यान आकर्षित कर रहा है।  पाठक ने कहा, पिछले छह से आठ हफ्तों से हमारी पुलिसिंग एमसीडी चुनावों पर केंद्रित है।  नियमित गश्त, सतर्कता बरतने और स्थानीय स्तर पर खुफिया जानकारी जुटाने पर ध्यान दिया जा रहा है।  हम सूचनाओं का मिलान कर रहे हैं और क्षेत्रवार आंकड़ों का विश्लेषण कर रणनीति तैयार कर रहे हैं। 

झुग्गी बस्तियों के आसपास पुलिस की तैनाती

दीपेंद्र पाठक ने कहा, हम क्षेत्र की जनसांख्यिकीय संरचना और वहां से किस्मत आजमा रहे उम्मीदवारों का भी विश्लेषण कर रहे हैं।  मिसाल के तौर पर अगर किसी क्षेत्र में झुग्गी बस्तियां अधिक हैं तो ये क्षेत्र अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।  पाठक ने आगे कहा कि झुग्गी बस्तियों में पुलिस की तैनाती बढ़ाना इसलिए जरूरी है, क्योंकि वहां मतदाताओं को शराब का लालच दिए जाने और सीमा पार से बदमाशों के आने की आशंका अधिक रहती है.उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों को स्कैन किया जाएगा, स्थानीय मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा और उसके अनुसार रणनीति बनाई जाएगी। 

शराब और ड्रग्स तस्करी करने वालों पर पुलिस रख रही नजर

पाठक ने कहा, यह प्रक्रिया पिछले छह से आठ सप्ताह से चल रही है. इन कारकों के आधार पर स्थानीय और जिला पुलिस अपनी गश्ती की योजना तैयार कर रही है और उनका ध्यान सूचनाएं एकत्रित करने पर है. उन्होंने कहा, अगर यह एक सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाका है तो क्षेत्र में क्या चल रहा है, हमें इसकी विस्तृत जानकारी हासिल करने की जरूरत है. हम सट्टेबाजी के अलावा शराब और नशीले पदार्थों की आपूर्ति की आशंकाओं के मद्देनजर भी कड़ी नजर रख रहे हैं। 

स्ट्रांग रूम की सुरक्षा पहली प्राथमिकता

उन्होंने कहा, हमने बहुत विस्तृत पुलिस व्यवस्था कर रखी है।  चुनावों के लिए हमारे हजारों जवान और बाहरी बल तैनात किए जाएंगे।  स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए हर जिले में अर्धसैनिक बलों की पांच से छह कंपनियां तैनात की जाएंगी। आवाजाही पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ-साथ पुलिस की 24×7 मौजूदगी सुनिश्चित की जा रही है। पाठक के मुताबिक, मतदान वाले दिन सभी बूथ और परिसरों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए जाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि निर्वाचन आयोग के सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा और मतदाताओं में आत्मविश्वास का संचार करने के लिए कानून व्यवस्था बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।