वाराणसी कोर्ट में सुनवाई पूरी, शाम 4 बजे आएगा फैसला

  1. Home
  2. उत्तर प्रदेश
  3. वाराणसी

वाराणसी कोर्ट में सुनवाई पूरी, शाम 4 बजे आएगा फैसला

वाराणसी कोर्ट में सुनवाई पूरी, शाम 4 बजे आएगा फैसला


पब्लिक न्यूज़ डेस्क।  श्रीकाशी विश्वनाथ कारिडोर के प्रांगण में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का तीन दिन का काम सोमवार को पूरा हो गया है। इस रिपोर्ट को मंगलवार को वाराणसी की कोर्ट में प्रस्तुत करने का समय था, लेकिन विस्तृत सर्वे रिपोर्ट को कंपाइल करने में थोड़ा समय लगेगा। एडवोकेट कमिश्नर ने कमीशन की कार्यवाही की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए अदालत से समय मांगा है। सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की एडवोकेट कमिश्नर की अपील पर दो बजे सुनवाई हुई और इसके बाद शाम चार बजे कितने दिनों के लिए आगे और वक्‍त दिया जा रहा इस पर फैसला होगा।

वाराणसी की अदालत में ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण में सुनवाई दो बजे शुरू हो गई है। इस दरमियान कोर्ट परिसर में बहस चली। बहस के बाद तीनों पक्षों की बात अदालत ने सुनी है और फैसला सुरक्षित रख लिया गया है। मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है। कानूनी जंग में ये लड़ाई जारी है और अदालत ने फैसला सुरक्षित कर लिया है और 4 बजे इसका आदेश जारी होगा। अदालत के आदेश की प्रतीक्षा तीनों पक्षों को है।

वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर की सर्वे रिपोर्ट आज सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में पेश नहीं हो सकेगी। अभी तक रिपोर्ट पूरी तरह से तैयार नहीं हो सकी है। काम अधिक व समय कम होने से माना जा रहा है कि रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कमीशन टीम अदालत से और समय मांग सकती है। चार दिन चली इस प्रक्रिया में करीब 13 घंटे के वीडियो फुटेज बनाए गए तो 15 सौ तस्वीरें खींची गईं। सर्वेक्षण के दौरान एचडी कैमरे का उपयोग किया गया। कार्य पूरा होने पर फुटेज व फोटो सुरक्षित कर लिए गए हैं। साक्ष्य के तौर पर फुटेज व फोटो रिपोर्ट में शामिल किए जाएंगे।

ज्ञानवापी सर्वे कल पूरा हो गया। आज कोर्ट कमिश्‍नर को इसकी रिपोर्ट वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में पेश करनी थी लेकिन बताया जा रहा है कि रिपोर्ट अभी तैयार नहीं है। आज कोर्ट में इसके लिए अर्जी लगाकर अगली तारीख मांगी जाएगी। सहायक कोर्ट कमिश्‍नर अजय प्रताप सिंह ने मीडिया को बताया कि करीब 50 प्रतिशत रिपोर्ट तैयार हो गई है। पूरी रिपोर्ट तैयार करने के लिए हम कोर्ट से तीन से चार दिन का समय मांगेंगे।

ज्ञानवापी मस्जिद के कोर्ट कमिश्‍नर के सर्वे की रिपोर्ट अदालत में पेश किए जाने को लेकर आज तीनों कोर्ट कमिश्‍नरों ने सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में समय बढ़ाने की अर्जी लगाई। इस बीच वादी की ओर से एक अर्जी दी गई शृंगार गौरी की ओर बंद दीवार हटाई जाए और नंदी के सामने बंद तहखाने के सर्वे के लिए कोर्ट कमिश्‍नर नियुक्‍त किया जाए। सिविल जज की अदालत में इस समय सुनवाई चल रही है। दोनों पक्षों की अोर से काफी ऊंची आवाज में बहस हो रही है। प्रतिवादी अधिवक्ता ने आपत्ति जताईं कि बिना कोर्ट कमीशन की कार्यवाही पूरे हुए बगैर सील की कार्रवाई न्यायसंगत नहीं है। विपक्षी अधिवक्ता ने मांग की है कि बिना कार्यवाही की रिपोर्ट देखे सील हटाने का आदेश दिया जाए। जबकि वादी अधिवक्ता ने कहा कि जिसे विपक्षी अधिवक्ता द्वारा फव्वारा कहा जा रहा है, उसके नीचे लगे दरवाजे को खोलकर कमीशन की कार्यवाही करने के लिए अदालत आदेशित करे।

कमीशन की कार्रवाई के लिए अदालत की ओर से नियुक्त असिस्टेंट एडवोकेट कमिश्नर अजय सिंह ने कहा कि आज सर्वे रिपोर्ट जमा करने का आदेश कोर्ट ने दिया था, लेकिन एडवोकेट कमिश्नर की ओर से अभी पूरी रिपोर्ट नहीं तैयार हो सकी है। हम लोग आज कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर दूसरे दिन की तारीख देने का अनुरोध करेंगे। कोर्ट से जो तारीख मिलेगी उस दिन रिपोर्ट पेश करेंगे। ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के दौरान सैकड़ों फोटो और कई घंटे के वीडियो हैं। उन्हें देख-समझ कर रिपोर्ट को तैयार करने में समय लगेगा।

असिस्टेंट कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने बताया कि सर्वे तीन दिन यानी 14 से 16 मई तक चला। अभी तक इसकी 50 प्रतिशत रिपोर्ट ही तैयार हो सकी है। रिपोर्ट अभी पूरी नहीं हुई है, इसलिए हम आज इसे अदालत के समक्ष पेश नहीं कर पाएंगे। हम कोर्ट से विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए तीन से चार दिन का समय मांगेंगे।ज्ञानवापी परिसर के सर्वे की शुरुआत 14 मई को हुई थी। तीन दिन के सर्वे के आखिरी दिन हिंदू पक्ष ने सोमवार को ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंग मिलने का दावा किया था। हिंदू पक्ष के दावे पर अदालत के आदेश से उस जगह को सील कर दिया गया है।

मुस्लिम पक्ष ने हिंदू पक्ष के दावे का खंडन करते हुए उसे फव्वारा बताया है। इसके साथ ही यह भी कहा है कि वह जिला अदालत के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेंगे। वहां पर सर्वे के बाद शांति और कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासनिक महकमा अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस और पीएसी के जवान तैनात हैं।

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें पब्लिक न्यूज़ टी वी के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @PublicNewsTV और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @PublicNewsTV पर क्लिक करें।