Uttarakhand: पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में भर्ती घोटाला पर कही यह बड़ी बात….

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Uttarakhand: पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में भर्ती घोटाला पर कही यह बड़ी बात….

Uttarakhand: पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में भर्ती घोटाला पर कही यह बड़ी बात….


पब्लिक न्यूज़ डेस्क। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश में भर्ती घोटाला चिंता का विषय है। इसमें जो सुयोग्य बच्चें है उनके भविष्य के साथ शार्टकट वाले रिश्वत देने वाले लोग हमारी ऐजेंसी को प्रभावित कर रहे हैं उसके बारे में विचार करने की आवश्यकता है।

कद्दूखाल मां सुरकंडा की गोद में पौधा रोपण कार्यक्रम में जाने से पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का भाजपा मसूरी मंडल की ओर से जेपी बैड़ टिहरी बाईपास रोड़ पर गुलदस्ता देकर व टीका लगाकर जोरदार स्वागत किया गया व उनके समर्थन में नारेबाजी की गई।

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इसका जो रिदम कांग्रेस के कार्यकाल में था उसके बाद जब मैं मुख्यमंत्री बना तो तब उस घोटाले को पकड़ा गया था और अब फिर से एक ऐसा घोटाला सामने आया है। ऐसा ही एक घोटाला उत्तरप्रदेश मे बहुत समय पहले अधिनस्त सेवा चयन आयोग का आया था तब उसे निरस्त किया गया था। ऐसे में अगर इस तरह अत्याचार नई जनरेशन के साथ होता है तो इसे भंग कर देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लोगों को पकड़ा जाना चाहिए चाहे कोई कितना बड़ा भी हो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने पौधा रोपण कार्यक्रम के बारे में बताया कि विगत दिनों वह सुरकंडा माता के मंदिर दर्शन करने गये थे वहां पर एक जल स्रोत है जिससे मां सुरकंडा देवी को पानी ले जाया जाता है, उस स्रोत में पानी बहुत कम हो गया है। वहीं मंदिर परिसर को पूरा टाइल लगाकर पक्का कर दिया गया है जिसके कारण पानी जमीन में नहीं रिस पा रहा है। इससे रिचार्ज का सिस्टम डिस्टर्ब हो गया है। ऐसे में मन को लगा कि वहां पर व्यापक वृक्षारोपण करना चाहिए व इसी सोच के साथ माता सुरकंडा को जो वाटर शैड है वहां वृक्षारोपण करने जा रहे हैं।

पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने ऋषिपर्णा परियोजना के बारे में कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे तब उसकी डीपीआर बनायी गई जो चल रही है, उसके लिए 21 लोगों का तकनीकि स्टॉफ की भी नियुक्ति की गई थी वहीं वन विभाग से भी अनापत्ति मिल गयी है व यह कार्यक्रम जारी है। इस योजना के लिए ऋण लेने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप पर्यावरण की दृष्टि से यह हमारी जरूरत है और जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि जीरो कार्बन एनर्जी पर जायें उसका प्रयास किया जा रहा है ताकि दून वैली में सस्ता पानी एवं स्वच्छ पानी चाहिए ऐसे में वर्षा के जल से स्वच्छ कुछ और हो नहीं सकता यह हमारी आवश्यकता है।

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