भाजपा के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं नीरज मौर्य , बीजेपी के लिए सदैव बंजर साबित हुई विधानसभा जलालाबाद की जमीन

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भाजपा के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं नीरज मौर्य , बीजेपी के लिए सदैव बंजर साबित हुई विधानसभा जलालाबाद की जमीन

भाजपा के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं नीरज मौर्य , बीजेपी के लिए सदैव बंजर साबित हुई विधानसभा जलालाबाद की जमीन


राधा कृष्ण

कलान-शाहजहांपुर 


उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के लिए 132- जलालाबाद विधानसभा के पूर्व विधायक नीरज मौर्य तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं।क्योंकि विधानसभा जलालाबाद की जमीन भारतीय जनता पार्टी के लिए सदैव बंजर साबित हुई है। यहां से अभी तक भाजपा का कोई भी उम्मीदवार विधायक बनकर जीत के रथ पर सवार होकर विधानसभा नहीं पहुंचा। श्री मौर्य लगातार वर्ष 2007 से वर्ष 2017 तक विधानसभा जलालाबाद से विधायक चुने गए। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में बसपा प्रमुख मायावती ने नीरज मौर्य पर दांव लगाया और नीरज मौर्य ने पहली बार जीत का स्वाद चखा और हाथी पर सवार होकर विधानसभा पहुंचे। वहीं वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भी बहुजन समाज पार्टी ने नीरज मौर्य पर भरोसा जताते हुए पुनः एक बार उन्हें टिकट दिया और उन्होंने विधानसभा जलालाबाद के चुनावी दंगल में सभी राजनीतिक दलों के महारथियों को धूल चटा दी। चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे और बसपा का परचम लहराया।  आपको बताते चलें कि जातीय समीकरण की दृष्टि से भी नीरज मौर्य अन्य प्रत्याशियों पर भारी पढ़ते प्रतीत हो रहे हैं।
 ज्ञात हो कि विधानसभा जलालाबाद में सबसे अधिक शाक्य,मौर्य,कुशवाहा समाज के वोटरो की संख्या करीब 65 हजार है।तो वहीं दूसरे नंबर पर यादव मतदाता है। यादव वोटरों की संख्या लगभग 51हजार है। तो किसान वर्मा लोधी राजपूत समाज के करीब 31हजार मतदाता है।वहीं ब्राह्मण एवं वैश्य मतदाताओं की संख्या लगभग पन्द्रह-पन्द्रह हजार है। नीरज मौर्य की प्रत्येक वर्ग एवं सभी जातियों में अच्छी और मजबूत पकड़ है।श्री मौर्य का निजी वोट बैंक भी काफी मजबूत माना जाता है।
यदि भाजपा शीर्ष नेतृत्व पूर्व विधायक नीरज मौर्य पर टिकट देकर दांव लगाता है। तो वह बीजेपी के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। उनका कोई काट नहीं है। विधानसभा जलालाबाद की बंजर जमीन पर भारतीय जनता पार्टी का कमल खिल सकता है।
राजनीतिक जानकार बताते हैं कि यदि बीजेपी की जगह उन पर सपा दांव लगाती है।तब भी नीरज मौर्य की जीत पक्की मानी जा रही है। जलालाबाद विधानसभा से वर्तमान मे समाजवादी पार्टी के शरदवीर सिंह विधायक हैं।
हालांकि विधानसभा चुनाव मे अभी समय है।वर्ष 2022 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। लेकिन संभावित प्रत्याशियों ने जहाँ अभी से विधानसभा क्षेत्र मे गांव गांव जाकर मतदाताओं से संपर्क करना प्रारंभ कर दिया है। तो वहीं कई प्रत्याशी दिग्गज भाजपाइयों  एवं बड़े नेताओं की परिक्रमा लगाकर अपना टिकट पक्का करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं। जलालाबाद विधानसभा से भाजपा मे टिकट के लिए दावेदारी करने वालों की भी लंबी लिस्ट है। जिनमें भाजपा के पूर्व प्रत्याशी स्वर्गीय मनोज कश्यप की पत्नी सरोज मनोज कश्यप,पृथ्वीपुर ढाई निवासी समाजसेवी विनय शर्मा, अतरौली अलीगढ़ के रहने वाले विजय भैया (विजय वर्मा) भी अपनी राजनीतिक जमीन जलालाबाद में तैयार करने में तन मन से जुटे हुए हैं। बताते हैं कि ठाकुर बिरादरी से टिकट पाने के लिए सबसे अधिक दावेदारी की जा रही है।जिसमें कौंही निवासी सहकारी संघ के जिला अध्यक्ष मनेंद्र सिंह चौहान, तहसील कलान क्षेत्र के गांव विक्रमपुर निवासी एडवोकेट श्याम बाबू सिंह चौहान,ठिंगरी के ग्राम प्रधान पति ठाकुर अभिषेक सिंह एवं शाक्य,मौर्य,कुशवाहा बिरादरी से केवल विधायक नीरज मौर्य शामिल है। अब ऐसे में देखना यह है कि भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व किस पर दांव लगाता है ? यह तो आने वाला समय ही बतायेगा।

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