'मंत्र’ एप रखेगा गर्भवती और नवजात शिशु की सेहत का ख्याल।

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'मंत्र’ एप रखेगा गर्भवती और नवजात शिशु की सेहत का ख्याल।

'मंत्र’ एप रखेगा गर्भवती और नवजात शिशु की सेहत का ख्याल।


संवाददाता संजय कुमार तिवारी 

बलिया :  गर्भवती और नवजात शिशु के स्वास्थ्य संबंधी जांच की जानकारी अब मंत्र एप से मिल सकेगी। इस एप के माध्यम से गर्भवती के स्वास्थ्य सम्बन्धी आंकड़ों को फीड और ट्रैक किया जा सकेगा। इस एप का एक दिवसीय प्रशिक्षण मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में अधीक्षक/ प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक, नर्स मेंटर, स्टाफ नर्स, इंचार्ज समस्त लेबर रूम एवं मैटर्निटी ओटी  को  दिया गया। इसमें तकनीकी सहयोग यूनिसेफ द्वारा दिया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० तन्मय ककड़ ने बताया कि गर्भवती से जुड़ी सभी जांच रिपोर्ट मंत्र एप पर लोड की जायेगी, ताकि जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य संबंधी सटीक आंकड़े प्राप्त हो सकें।  मातृ एवं नवजात ट्रैकिंग एप्लीकेशन का प्रशिक्षण मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता श्रीमती रजनी सिंह एवं यूनिसेफ के मंडलीय रिसोर्स पर्सन गवासुदीन ने दिया। यूनिसेफ के मंडलीय रिसोर्स पर्सन गवासुदीन ने बताया कि जब एक गर्भवती प्रसव के लिए सामुदायिक या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयेगी तो उस दौरान मौजूद नर्स मेंटर या स्टाफ़ नर्स द्वारा गर्भवती के प्रसव के दौरान होने वाली प्रक्रियाओं को मंत्र एप में लोड करेंगी |

इसके साथ ही नवजात का डाटा भी एप पर भरा जायेगा | जनपद स्तर पर प्रशिक्षण ले चुके स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सभी प्रसव केद्रों पर तैनात एएनएम एवं स्टाफ नर्स को इस एप्लीकेशन के सम्बन्ध में प्रशिक्षण देंगे। इससे सभी लाभार्थियों का डाटा आनलाइन हो जायेगा।  अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ० सुधीर कुमार तिवारी ने बताया कि प्रसव के दौरान गर्भवती को अगर जटिलता होती है, तो उसे मंत्र एप्लीकेशन में भरकर उसको जिला चिकित्सालय भेजा जायेगा| प्रसव उपरांत नवजात में होने वाली जटिलताओं को एप पर भरने के बाद उसको उच्च केंद्र पर भेजा जायेगा। जहां पर उसको उचित इलाज दिया जायेगा।

जिला कार्यक्रम प्रबंधक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ० आरबी यादव ने बताया कि इस एप के द्वारा गर्भवती और नवजात के स्वास्थ्य सम्बन्धी सभी डाटा ऑनलाइन तत्काल भरा जायेगा, जैसे ही महिला सीएचसी पर आती है।  इस एप द्वारा ही जिला और प्रदेश स्तर से गर्भवती के प्रसव उपरांत नवजात की मानी टरिंग की जायेगी, अगर कहीं कोई परेशानी आती है तो उसका तत्काल निराकरण किया जायेगा । इस प्रशिक्षण मे अधीक्षक/ प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक, नर्स मेंटर आदि उपस्थित रहे।

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