बलरामपुर जिला मेमोरियल चिकित्सालय में डॉक्टरों ने पत्रकार को पीटा

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बलरामपुर जिला मेमोरियल चिकित्सालय में डॉक्टरों ने पत्रकार को पीटा

बलरामपुर जिला मेमोरियल चिकित्सालय में डॉक्टरों ने पत्रकार को पीटा


संवाददाता के बी गुप्ता 

बलरामपुर:  पत्रकार जिसे चौथा स्तंभ कहा जाता है जो पीड़ितों की मदद करने के लिए अपना जान जोखिम में डालकर कष्ट उठाता है लेकिन उत्तर प्रदेश में पत्रकारों की पिटाई और उन्हें फर्जी मामलों में जेल भेज देना अब आम सा हो गया है। ऐसा ही कुछ बलरामपुर में भी देखने को मिला। यहां एक निजी चैनल के पत्रकार जोकि कई दिनों से संयुक्त जिला चिकित्सालय व जिला मेमोरियल चिकित्सालय में व्याप्त भ्रष्टाचार व अनियमितता तथा डॉक्टरों की लेट लतीफी की खबर प्रकाशित कर रहे थे, जिनको आज डाक्टरों ने जिला मेमोरियल चिकित्सालय में ही पीट दिया। घटना के बाद से पत्रकारों में रोष व्याप्त है। पीड़ित पत्रकार ने कोतवाली नगर में लिखित तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है।आपको बता दें कि एक निजी चैनल के पत्रकार राहुल रतन ने बताया कि वह जिला मेमोरियल चिकित्सालय में समाचार संकलन के लिए गए हुए थे।

लगातार वह संयुक्त जिला चिकित्सालय व जिला मेमोरियल चिकित्सालय में व्याप्त भ्रष्टाचार व डाक्टरों की लेट लतीफी तथा दावा बाहर से लिखने,डॉक्टरों द्वारा बाहर जांच लिखने की खबरें प्रकाशित कर रहे थे। जिससे तमाम डॉक्टरो व कर्मचारियों में खलबली मची हुई थी।पीड़ित पत्रकार का कहना है कि जब उन्होंने जिला मेमोरियल चिकित्सालय में खाली कुर्सियों की कवरेज शुरू की तो कर्मचारी उनसे उलझ पड़े। इसी दौरान कर्मचारियों ने उन्हें भद्दी भद्दी गालियां देते हुए मारा पीटा। पीड़ित पत्रकार का आरोप है कि डॉ राजेश सिंह, डॉ रमेश कुमार पांडे व डॉ अजय पांडे सहित 12 से 15 लोगों ने मिलकर उन्हें मारा-पीटा है।

पीड़ित पत्रकार का कहना है कि उस पर कैंची से भी वार किए गए हैं जिसके निशान उसके शरीर पर मौजूद हैं। पीड़ित पत्रकार ने पूरे मामले की लिखित तहरीर कोतवाली नगर में देकर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। वहीं इस पूरे मामले पर पुलिस ने दोनों पक्षों का मुकदमा दर्ज कर लिया है जिसमे पीड़ित पत्रकार की ओर से एससी एसटी एक्ट जैसे संगीन धाराओं मे तथा डॉक्टरों की तहरीर पर पत्रकार के खिलाफ सरकारी काम मे बाधा पहुंचाने समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पूरे मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक नम्रता श्रीवास्तव का कहना है कि पीड़ित पत्रकार के साथ जो भी घटना घटित हुई है उसकी पूर्ण जांच के निर्देश दे दिए गए हैं साथ ही पीड़ित पत्रकार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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